हिन्दी देश के माथे की बिन्दी: राजबली मिश्र

जंगीगंज। हिंदी हमारी मातृभाषा है साथ ही हिंदी देश के माथे की बिंदी भी है यह बातें रामदेव पीजी कॉलेज जंगीगंज के संस्थापक/ चेयरमैन राजबली मिश्र ने हिंदी दिवस के अवसर पर कालेज सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।
इस दौरान कालेज के संस्थापक चेयरमैन राजबली मिश्र ने कहा कि वर्ष 1949 में 14 सितंबर के दिन भारतीय संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था और वर्ष 1953 से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर डॉ. देवी शंकर गिरी और बालेंद्र मिश्र ने भी हिंदी दिवस और उसकी उपयोगिता के बारे में अपने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कॉलेज के तमाम विद्यार्थियों ने भी अपना विचार रखा। हिंदी दिवस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पंकज कुमार शुक्ल, प्रशासनिक अधिकारी सीबी चौबे, पीके सिंह, हंसराज कुमार, वंदना दुबे समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं।

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