“लंपी स्किन रोग” से बचाव को निशुल्क टीकाकरण अभियान
डीएम ने हरी झंडी दिखाकर टीम को किया रवाना
17 सितंबर से 31 अक्टूबर तक चलेगा “लंपी स्किन रोग” अभियान
गोवंशीय पशुओं के टीकाकरण के साथ टैग अवश्य लगवाएं: डीएम
ज्ञानपुर। स्वस्थ पशुधन, खुशहाल पशुपालक स्लोगन के साथ पशुओ को लंपी स्कीन रोग से बचाव के लिए पशु चिकित्सा विभाग की ओर से टीकाकरण अभियान की शुरूआत मंगलवार से हुई। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर ज्ञानपुर में हरी झंडी दिखाकर एलएसडी टीकाकरण टीम को रवाना किया। इस दौरान
जिलाधिकारी विशाल सिंह ने कलेक्ट्रेट परिसर में एलएसडी “लंपी स्किन रोग” निशुल्क टीकाकरण अभियान की वाहन रैली को हरी झंडी दिखाकर अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह अभियान 17 सितंबर से 31 अक्टूबर तक चलेगा। पशुपालक जागरूकता गोष्ठी में जिलाधिकारी ने पशुपालकों को एलएसडी के बारे में जागरूक करने और गोवंशीय पशुओं में फैल रहे लम्पी स्कीन डिजीज के रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह रैली न केवल एलएसडी के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करेगी, बल्कि पशुपालकों को अपने पशुओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि “स्वस्थ पशुधन खुशहाल पशुपालक”। जिलाधिकारी द्वारा पशुपालको को जागरुक
करते हुए अपने समस्त गोवंशो को एलएसडी टीकाकरण के साथ टैग अवश्य लगवाने हेतु प्रेरित किया गया। यह टीकाकरण पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालको के द्वार पर निःशुल्क लगाया जा रहा है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा० डी०पी० सिहं ने लंपी स्किन डिजीज एलएसडी के बारे में विस्तार पूर्वक बताया कि गोवंशों में होने वाली संक्रामक बिमारी है जिसमे गोवशों के शरीर पर कठोर उभरी हुई गाँठे, तीव्र बुखार, छाती एवं जननांग में सूजन, आँख और नाक से पानी का स्राव एवं पशुओं में दूध की पैदावार का कम होना जैसे लक्षण दिखाई पड़ते है। कभी-कभी गर्भवती पशुओ का गर्भपात भी हो सकता है यदि इस बिमारी का एक हफ्ते के अन्दर उपचार नही किया जाता है तो पशु की मृत्यु भी सम्भव है। इस बिमारी में गोवंशो की मृत्यु दर एवं संक्रमण दर बहुत अधिक होती है।
यह टीकाकरण अभियान 17 सितंबर से 31 अक्टूबर
तक चलाया जाऐगा, जिसके लिए पशुपालन विभाग द्वारा 11 टीमो का गठन किया गया है। अभियान के अंर्तगत 1,70,000 गोवंशीय पशुओ में टीकाकरण किया जाना है।
कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी कुंवर वीरेंद्र मौर्य ,उप जिलाधिकारी आकाश कुमार, विकास यादव ,पशुपालन विभाग के समस्त डॉक्टर, कृषक व पशुपालक उपस्थित रहे।