बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा के चुनाव में जदयू कोई कसर नहीं चाहती है छोड़ना
बिहार। अगले साल बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं। सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। यही कारण है कि आज पार्टी की बड़ी बैठक हुई है। इस बैठक के बाद जनता दल यूनाइटेड के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद संजय झा ने कहा कि आज की बैठक नए मंडल अध्यक्षों, विधानसभा प्रभारियों के साथ थी जिनकी नियुक्ति की गई है। यह उन सभी से खास तौर पर पार्टी या सरकार के कामकाज को लेकर मुलाकात थी। अगले साल चुनाव हैं, इस पर चर्चा हुई कि जमीन पर क्या हो रहा है।
झा ने कहा कि बिहार देश का एकमात्र राज्य है जहां नीतीश कुमार जी ने जातीय जनगणना करायी। रिपोर्ट प्रकाशित हुई और उस पर जो भी कार्रवाई होनी थी, उन्होंने वह कार्रवाई की। अगर केंद्र सरकार ऐसा कुछ लाती है तो हम उसका स्वागत करते हैं। बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि ये बैठक पार्टी के भीतर कार्यकर्ताओं के लिए थी। अध्यक्ष ने नई कमेटी बनाई है तो निश्चित तौर पर कमेटी को प्रदेश स्तर पर बैठकर अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा करनी थी। उन्होंने कहा कि हमने एससी एसटी पर काम किया है, हमने अति पिछड़ों पर काम किया है, हमने जातीय जनगणना पर काम किया है, हमारा महिला सशक्तिकरण पर काम है, हमारा शिक्षा पर काम है इन सब पर काम है, हमारे विरोधी हम पर कैसे हमला कर रहे हैं वो सभी मुद्दे थे चर्चा की।
राजनीतिक रणनीतिकार की भूमिका से स्वयं राजनेता की भूमिका में आए प्रशांत किशोर ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘जन सुराज’ एक महीने से भी कम समय में राजनीतिक पार्टी बनने जा रही है और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीट पर चुनाव लड़ेगी। पूर्णिया जिले में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए किशोर ने कहा कि राज्य में कम से कम एक करोड़ लोगों के सक्रिय समर्थन से पार्टी का गठन दो अक्टूबर को किया जाएगा और इसे किसी सेगठबंधन करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।