मानव जीवन का आधार है श्रीमद् भागवत: पं.रामजी शास्त्री
जोगिनका में श्रीमदभागवत कथा प्रवचन
गोपीगंज। कोतवाली क्षेत्र के जोगिनका मे चल रहे संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ मे कथा व्यास पंडित रामजी शास्त्री ने कथा के माध्यम से परम पिता परमेश्वर की आराधना करने व निष्काम भाव से माता पिता गुरु की सेवा करने की सीख दी। कहा कि निष्काम भाव से की गई सेवा कभी व्यर्थ नही जाती। कहा कि मानव जीवन को सार्थक बनाने के लिए दूसरे की बुराई व निंदा से दूर रहने व स्वयं का आत्म चिंतन करना चाहिए। बाह्य सौंदर्य को छोड़ अपने अंदर की कमी को दूर करने का प्रयास करना चाहिएl भागवत पुराण की महात्म्य बताते हुए कहा कथा सुनने का अधिकारी वही होता जो दूसरे को दर्पण दिखाने के बजाय स्वयं को दर्पण मे अपनी कमी को देखे और उसे दूर करलेl कहा कि कथा से विश्यानंद, ब्रह्मानंद व परमानंद की प्राप्ति होती है।
इस दौरान सती चरित्र,ध्रुव चरित्र वामन अवतार,अजामिल की कथा का सजीव चित्रण कियाlकहा कि भागवत कथा मानव जीवन का आधार है,इसके श्रवण से सभी संशय दूर हो जाते हैं और तन मन पवित्र हो जाता है।
आदि रहेl इस मौके पर विभूति नारायण सिंह ओम प्रकाश सिंह,अतुल कुमार,डा. अखिलेश सिंह.अनुराग सिंह डा.अमित सिंह,प्रमोद कुमार, रामबाबू,राम रसीले,राजू शर्मा व अन्य रहे।