जनपद में स्थापित होगी 726 दुर्गा प्रतिमायें
दुर्गा पूजा को सुरक्षित, शांतिपूर्ण व सकुशल सम्पन्न कराने को निर्देश
विधि-विधान के साथ घरों में कलश
स्थापना, देवी मन्दिरों में भी भीड़
ज्ञानपुर। जनपद में नवरात्र की धूम शुरू हो गई है। इस बार दुर्गापूजा पर परम्परागत रूप से बनाये जाने वाले दुर्गा प्रतिमा पण्डाल के निर्माण से पूर्व आयोजकों को संबंधित उप जिलाधिकारी से अनुमति लेना अनिवार्य है। जिला व पुलिस प्रशासन के आंकडों के मुताबिक जनपद में इस बार 726 दुर्गा प्रतिमायें स्थापित की जा रही हैं। नवरात्र के पहले दिन गुरूवार को घरों में विधि-विधान से कलश स्थापित कर मां दुर्गा की स्तुति व्रत पूजन के साथ शुरू हुई। पहले दिन डेरवा भवानीपुर स्थित दुर्गा मंदिर, घोपईला मंदिर, सीतामढ़ी, शक्तिपीठ प्रयागदासपुर, दुर्गा मंदिर गोपीगंज समेत कई देवी मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ नजर आयी।
दूसरी तरफ जिला व पुलिस प्रशासन ने जनपद में स्थापित हो रहे दुर्गा पूजा पंडालों के लिए गाइड लाइन जारी की है, जिसमें कई निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन के मुताबिक एसडीएम की अनुमति के साथ ही सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि आयोजकों के अनुमतिपत्र को वह त्वरित आख्या दें। दुर्गा प्रतिमा पण्डाल बनाये जाने के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य मार्ग को अवरूद्ध कर आवागमन बाधित नहीं किया जायेगा। दुर्गापूजा पण्डाल में प्रवेश एवं निकास द्वार अलग-अलग एवं चौड़ा बनाया जायेगा। पण्डाल में पर्याप्त जगह रखी जाएगी ताकि आकस्मिकता एवं भगदड़ की स्थिति में दर्शनार्थियों को सुचारू रूप से बाहर निकाला जा सके। दुर्गाप्रतिमा पण्डाल के बनाये जाने में किसी भी ज्वलनशील पदार्थ फाइबर, थर्माकोल, तीब्र ज्वलनशील कपड़ा, ज्वलनशील चमकीली पन्नियाँ, ज्वलनशील सामियाना तम्बू, ज्वनशील सजावटी कपड़े, बहुत ज्यादा गर्मी करने वाले हाईलोजन लाइट आदि का प्रयोग नहीं किया जायेगा। पण्डाल में केवल सूती कपड़ों का प्रयोग किया जायेगा।
दुर्गापूजा पण्डाल के अन्दर बिजली के नंगे कटे टूटे तार का प्रयोग नहीं किया जायेगा। तार के जोड़ों पर टेप लगाया जायेगा। आग से बचाव के लिए दुर्गापूजा पण्डाल के पीछे पानी एवं रेत पर्याप्त मात्रा में रखवाया जायेगा। दुर्गा पूजा पण्डाल में पूजा सामग्री प्रतिमा एवं पण्डाल में लगे कपड़ों से दूर सुरक्षित स्थल पर रखी जायेगी। दुर्गापूजा पण्डाल में सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरे लगवाये जायेंगे। पण्डाल की सुरक्षा एवं सीसीटीवी कैमरों की मानीटरिंग हेतु वालेण्टियर नियुक्त किया जायेगा, जो शिफ्टवार 24 घण्टे मौजूद रहेंगे।
दुर्गापण्डाल में एवं दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस निकलने के दौरान डीजे की आवाज निर्धारित क्षमता से अधिक न रखें। डीजे पर कोई अश्लील, भड़काऊ, किसी धर्म, राजनैतिक व्यक्ति अथवा दल के विरूद्ध कोई गाना आडियो नहीं बजाया जायेगा। प्रतिमा विसर्जन के दौरान कई आयोजकों द्वारा वाहन की क्षमता से भी बहुत बड़े-बड़े डीजे लगाते हैं, जिससे न केवल मार्ग अवरूद्ध होता है बल्कि बिजली के खम्भे, ओवरहेड विद्युत तारों से टकराने, अनियंत्रित होकर पलटने जैसी दुर्घटनाओं की सम्भावना बनी रहती है । पिकअप वाहन में उसकी चौड़ाई एवं उचाई तक हीं डीजे लगाया जायेगा। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन का जुलूस निर्धारित एवं परम्परागत मार्ग से निकाला जायेगा।
भदोही में सर्वाधिक 171, सबसे कम 38 प्रतिमायें दुर्गागंज में
ज्ञानपुर। जनपद में इस बार नवरात्र में कुल 726 प्रतिमायें स्थापित हो रही हैं। कुल नौ थाना क्षेत्रों में स्थापित होने वाली प्रतिमाओं में
भदोही में सर्वाधिक 171 प्रतिमा स्थापित होगी जबकि सबसे कम 38 प्रतिमायें दुर्गागंज थाना क्षेत्र में स्थापित हो रही हैं। पुलिस महकमें के आंकड़े के मुताबिक ज्ञानपुर थाना क्षेत्र में 52, गोपीगंज 97, कोईरौना में 45, ऊंज में 40, भदोही में 171, सुरियावां में 119, दुर्गागंज में 38, औराई में 81 और चौरी थाना क्षेत्र में कुल 83 प्रतिमायें स्थापित होंगी।