पंडित कमलापति त्रिपाठी देश की एकता अखंडता से कभी नहीं किया समझौता -भगवती चौधरी

पत्रकारिता एवं समाजसेवा उनका शुरुआत का रहा है लक्ष्य

प्रयागराज ‌। हंडिया में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं देश के वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी पं कमलापति त्रिपाठी की 34 वी पूण्य तिथि सद्भावना सम्मेलन के रूप में मनाया गया जिसके कार्यक्रम संयोजक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश तिवारी द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व0 कामलापति त्रिपाठी पूर्व मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश , पूर्व केंद्रीय मंत्री के 34 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित होकर उनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नमन किया गया विभिन्न वक्ताओ द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त किया गया।. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व आईएएस एवं नेहरू ग्राम भारती विश्वविद्यालय के कुलपति जे यन मिश्रा ने किया मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री पं कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र एवं भदोही संसदीय क्षेत्र के इण्डिया गठबंधन प्रत्याशी पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी और संचालन ओम प्रकाश तिवारी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक भगवती प्रसाद चौधरी ने पंडित कमलापति त्रिपाठी के जीवन वृतांत पर वृस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि वह देश के वरिष्ठतम स्वतंत्रता सेनानियों में एक थे‌। पत्रकारिता एवं समाजसेवा उनका शुरुआत का लक्ष्य रहा है, उसके बाद उनकी राजनीति क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण उपलब्धियां रही है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है, वह आजीवन कांग्रेसी और कांग्रेसी विचार धारा के प्रतीक रहे हैं उन्होंने देश प्रेम देश की एकता अखंडता और सर्वधर्म समभाव के साथ स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया। श्री चौधरी ने भाव विभोर होकर कहा स्व पंडित जी अब नहीं है लेकिन उनके किये गये देश के स्वतंत्रता में योगदान राजनीतिक सामाजिक और जन भावनाओं के विश्वास को हमेशा याद किया जाएगा। वह कांग्रेस नेतृत्व के शीर्षस्थ लोगों में एक अलग पहचान रखने वाले राजनेता रहे इसीलिए आज भी उनको लोग बड़े सम्मान के साथ याद करते हैं। श्री चौधरी ने कहा स्व पंडित जी देश के संविधान सभा के सदस्य रहे और कांग्रेस के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री देश के लोकप्रिय रेलवे मंत्री एवं जहाज रानी एवं परिवहन मंत्री रहे उत्तर प्रदेश के लम्बे समय तक सिंचाई मंत्री रहने के बाद मुख्यमंत्री बने और उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में उनको सम्मानिका (राजनैतिक पेंशन) जैसे ऐतिहासिक कार्य किया है और पूर्वी उत्तर प्रदेश के दर्जनों जिलों के विकास पुरुष रहे जहां उन्होंने विकास की दिशा में ऐतिहासिक और लोक महत्व के जमीनी विकास किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बाद उत्तर प्रदेश के नेहरू गांधी परिवार के विश्वस्त लोगों में खासमखास रहे साथ ही इन्दिरा गांधी के अभिभावक के समान रहे है, श्री चौधरी ने कहा अविभाजित मिर्जापुर एवं वाराणसी एवं जौनपुर गाजीपुर देवरिया जैसे जिलों के जमीनी विकास में उन्होंने बढ़-चढ़कर कार्य किया है। इसलिए वह जन मानस में सदैव स्मरणीय है। उक्त श्रद्धांजलि सभा के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि हम लोग दादा पंडित जी के भावनाओं के अनुरूप धर्म निरपेक्ष लोकतंत्रात्मक कार्य को सदैव महत्व देते हुए उनके विचारों पर चलकर समाजसेवा एवं जनसेवा को हमेशा ख्याल रखते हैं। श्री त्रिपाठी ने कहा कि वह कभी अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं किया और देश प्रेम एवं राष्ट्र भक्ती की उन्होंने अंतिम सांस तक पहली प्राथमिकता दिया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से कांग्रेस के प्रयागराज मंडल प्रभारी मकसूद खान प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी, राजन दुबे जिला अध्यक्ष भदोही, श्री विनय दुबे प्रजानाथ शर्मा पूर्व जिला अध्यक्ष वाराणसी, बैज नाथ सिंह उत्तर प्रदेश कांग्रेस सचिव इमरान खान, मिर्जापुर के कांग्रेस नेता इश्तियाक अंसारी सहित दर्जनों लोगों ने स्व त्रिपाठी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया। श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले में भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जिलाध्यक्ष रमाकांत त्रिपाठी,जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव महेंद्र प्रताप सिंह, जिला सचिव दयाराम मिश्र, जिला सचिव शिवचन्द बिन्द,बबलू मिश्र, बबलू पाण्डेय, चन्द्र प्रकाश मिश्र आदि रहे।

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