हंडिया में सड़कों पर सैलाब ?

जनप्रतिनिधियों की अपेक्षा से दर्द देती सड़के !

लोगों को याद आ रहा है बस एक ही नाम “राकेश धर त्रिपाठी”

आर.के. त्रिपाठी

प्रयागराज । 24 घंटे से रुक रुक कर हो रही बारिश ने हंड़िया विधानसभा क्षेत्र की सड़कों पर सैलाब जैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है! हंडिया विधानसभा क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से दर्द दे रही है यहां की सड़कों पर विधायक हकीम लाल बिंद ने विधानसभा में प्रश्न उठाकर और सांसद ने पत्र लिखकर अपने दायित्व की पूर्ति कर रहे हैं ? जबकि विधायक और सांसद दोनों लोगों के पास निधि भी है। वह चाहे तो अपने विवेक का प्रयोग करते हुए निधि से सड़कों की मरम्मत भी कर सकते हैं। ऐसे में लोगों की जुबान पर बस एक ही नाम आ रहा है , हंडिया के पूर्व विधायक, उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री “राकेश धर त्रिपाठी” का जिन्होंने सड़क, अस्पताल, बिजली घर, तहसील आदि का निर्माण कराया । जिसकी मरम्मत ना विधायक कर पा रहे हैं और नहीं सांसद कर पा रहे हैं।
आपको बता दें कि बारिश में बरौत- टेला रोड पर दिनों दिन मुश्किल बढ़ रही। इस रास्ते से निकलने के दौरान कई बुजुर्ग और बच्चे तो गिरकर चोटिल हो चुके। दुपहिया वाहन चालक इन गड्ढों में गिर रहे है। पंकज नगर चौराहे के निकट तो डामर रहा ही नहीं, गिट्टी उखड़कर बाहर आ गई। जो दिनभर वाहनों के साथ उछल रही। यहां इस गिट्टी से लगने से भी लोगों को चोटिल होने का अंदेशा बना रहता है। भेलसी , टेला, सिधवार, अहिरी, बिलारी, जसवां,सूअरा, लमाही, मखरा,पैगहा , पूरेमथुरादास के लोगों की पीड़ा यह कि जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। इस सड़क की दशा बारिश के पहले भी खराब थी, अब बारिश के बाद अधिक बिगड़ गई। कदम-कदम पर गड्ढों में तब्दील सड़क पर चार पहिया और दो पहिया वाहन फुटबाल की तरह उछलते हैं। विधायक और संसद को निधि भी प्राप्त होता है परंतु यह लोग इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं यह अलग बात है कि विधानसभा में हंडिया के विधायक हकीम लाल बिंद ने मामले को उठाया जरूर था परंतु आज तक सड़क की मरम्मत नहीं हो पाई।

बरौत में गंदे पानी की बू से लोग परेशान

बरौत कस्बे में बनीं नाली शोपीस साबित हो रहे हैं। जहां लोगों के घरों का गंदा पानी बह रहा है। और वह कहीं और नहीं बल्कि जाकर सड़कों पर ही जमा हुआ है। जिससे लोगों के सामने मुसीबत बनी हुई है। और लोग दुर्गंध से परेशान रहते हैं।
हां इतना जरूर है कि साइकिल व मोटरसाइकिल से गुजरने वाले राहगीर किसी तरह पार हो जाते हैं, मगर सबसे बड़ी समस्या वहां से पैदल गुजरने वाले राहगीरों को होती है। उनका कहना है कि सड़कों पर लोगों की घरों का गंदा पानी बह रहा है जिसमें से अजीब किस्म की बदबू निकल रही है और लोग बीमार पड़ जा रहे हैं।

विद्यालय- स्टेशन रोड बनी तालाब

जीटी रोड से स्टेशन को जोड़ने वाली सड़क सालों से बदहाल है। एक दिन हुई बारिश के बाद हालत यह है कि सड़क में बने गहरे गड्ढे तालाब का रूप ले चुके हैं। यहां से वाहन के साथ तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है।
जीटी रोड से रेलवे स्टेशन बरौत तक करीब 200 मी सड़क की हालत बेहद खराब है यहां पर सालों पहले पक्की सड़क होती थी। लेकिन वर्तमान में इस सड़क पर सैकड़ो गड्ढे हो गए हैं। हालत यह है कि गड्ढों के बीच कुछ सड़क शेष बची है।

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