देहरादून।
हिन्दी दिवस के अवसर पर दि ग्राम टुडे प्रकाशन समूह का आनलाइन कार्यक्रम समूह अध्यक्ष अनिल पांडेय की अध्यक्षता ,समूह संपादक शिवेश्वर दत्त पाण्डेय के मुख्य आतिथ्य और सुभाष पांडेय के सफल संचालन में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए प्रयागराज के वरिष्ठ साहित्यकार संपादक डॉ.भगवान प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि हिन्दी आज विश्व की प्रथम भाषा बनने की ओर अग्रसर है। हम सबको इसका अधिकाधिक प्रयोग करना चाहिए।
ओपन डोर के संपादक अमन कुमार त्यागी ने कहा कि आज हिन्दी कंप्यूटर और डिजिटल जगत में भी अपना महत्त्वपूर्ण स्थान बना चुकी है। अखिल विश्व में हिंदी की पताका फहरा रही है।
प्रेरणा पत्रिका के संपादक विजय तन्हा ने कहा कि हिन्दी का संबध रोजगार से जुड़ने पर इसकी उपयोगिता बहुत बढ़ गयी है।
अनिल अभिव्यक्ति के संपादक डॉ.अनिल शर्मा ‘अनिल’ ने कहा कि हिन्दी व्यवहार के साथ साथ
व्यापार की व्यवसाय की भाषा बन गयी है। इसके बढ़ते चरण प्रथम पायदान की ओर अग्रसर है।
मुख्य अतिथि डॉ.शिवेश्वर दत्त पाण्डेय ने हिन्दी के विकास की संभावनाएं और वर्तमान स्थिति पर विस्तृत चर्चा की।
अध्यक्ष अनिल पांडेय ने कहा कि हिन्दी अब विश्व भाषा बनने की ओर अग्रसर है। संचालन कर रहे सुबाश पांडेय ने कहा कि दि ग्राम टुडे हिन्दी लेखकों को प्रमुखता से प्रकाशित करता है।
आयोजन में सतेन्द्र शर्मा तरंग,अनुपम मिश्र,देवनाथ तिवारी, तेजेन्द्र प्रताप सिंह,सुदर्शन सिंह,बृज बिहारीलाल चौरसिया, रिंकी सिंह, रीता नौटियाल, सुचित्रा भट्ट, अनीता नेगी,सोमेश्वर रौतेला,नाथमणि विष्ट आदि ने समसामयिक विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर दि ग्राम टुडे के विभिन्न संस्करणों में हिन्दी दिवस पर रचनात्मक सहयोग देने वाले साहित्यकारों को टीजीटी साहित्य सेवी सम्मान 2024 से अलंकृत किया गया।

हिन्दी आज विश्व की प्रथम भाषा बनने की ओर अग्रसर : भगवान उपाध्याय

देहरादून।
हिन्दी दिवस के अवसर पर दि ग्राम टुडे प्रकाशन समूह का आनलाइन कार्यक्रम समूह अध्यक्ष अनिल पांडेय की अध्यक्षता ,समूह संपादक शिवेश्वर दत्त पाण्डेय के मुख्य आतिथ्य और सुभाष पांडेय के सफल संचालन में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए प्रयागराज के वरिष्ठ साहित्यकार संपादक डॉ.भगवान प्रसाद उपाध्याय ने कहा कि हिन्दी आज विश्व की प्रथम भाषा बनने की ओर अग्रसर है। हम सबको इसका अधिकाधिक प्रयोग करना चाहिए।
ओपन डोर के संपादक अमन कुमार त्यागी ने कहा कि आज हिन्दी कंप्यूटर और डिजिटल जगत में भी अपना महत्त्वपूर्ण स्थान बना चुकी है। अखिल विश्व में हिंदी की पताका फहरा रही है।
प्रेरणा पत्रिका के संपादक विजय तन्हा ने कहा कि हिन्दी का संबध रोजगार से जुड़ने पर इसकी उपयोगिता बहुत बढ़ गयी है।
अनिल अभिव्यक्ति के संपादक डॉ.अनिल शर्मा ‘अनिल’ ने कहा कि हिन्दी व्यवहार के साथ साथ
व्यापार की व्यवसाय की भाषा बन गयी है। इसके बढ़ते चरण प्रथम पायदान की ओर अग्रसर है।
मुख्य अतिथि डॉ.शिवेश्वर दत्त पाण्डेय ने हिन्दी के विकास की संभावनाएं और वर्तमान स्थिति पर विस्तृत चर्चा की।
अध्यक्ष अनिल पांडेय ने कहा कि हिन्दी अब विश्व भाषा बनने की ओर अग्रसर है। संचालन कर रहे सुबाश पांडेय ने कहा कि दि ग्राम टुडे हिन्दी लेखकों को प्रमुखता से प्रकाशित करता है।
आयोजन में सतेन्द्र शर्मा तरंग,अनुपम मिश्र,देवनाथ तिवारी, तेजेन्द्र प्रताप सिंह,सुदर्शन सिंह,बृज बिहारीलाल चौरसिया, रिंकी सिंह, रीता नौटियाल, सुचित्रा भट्ट, अनीता नेगी,सोमेश्वर रौतेला,नाथमणि विष्ट आदि ने समसामयिक विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर दि ग्राम टुडे के विभिन्न संस्करणों में हिन्दी दिवस पर रचनात्मक सहयोग देने वाले साहित्यकारों को टीजीटी साहित्य सेवी सम्मान 2024 से अलंकृत किया गया।

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