ब्रह्मलीन महराज श्री अवेद्यनाथ की मनी दसवीं पुण्यतिथि
जीवनी पर वक्ताओं ने डाला प्रकाश
ज्ञानपुर। विश्व हिन्दू महासंघ के संस्थापक पूर्व गोरक्ष पीठाधीश्वर ब्रह्मलीन महराज अवेद्यनाथ की दसवीं पुण्य तिथि ज्ञानपुर में मनाई गई। पुण्य तिथि कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने की। संचालन हरि लाल पाल ने की। पुण्य तिथि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संगठन की प्रदेश मंत्री श्रीमती सुमन सिंह पटेल रही। विशिष्ठ अतिथि महराज 1008 करुणानन्द सरस्वती, मुख्य वक्ता विन्ध्याचल मण्डल प्रभारी विशाल मालवी रहे। ब्रह्मलीन महराज अवेद्यनाथ के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रजवलन कर पुण्य तिथि कार्यक्रम आरम्भ हुआ । महराज जी के जीवन पर सभी वक्ताओं ने विस्तार से प्रकाश डाला गया। मुख्य अतिथि सुमन सिंह पटेल ने कहा महराज अवेद्यनाथ जी का जन्म सन् 18 मई सन् 1919 में पौढ़ी गढ़वाल कांडी नामक गांव में हुआ। महराज जी की शिक्षा उच्चतर माध्यमिक शिक्षा तक पढ़ाई हुई । महराज जी की 1940 में गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर दिग्विजय नाथ से हुई। दिग्विजय नाथ जी महराज ने 1942 में अवेद्यनाथ को गोरक्ष पीठ का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। महराज अवेद्यनाथ जी गोरखपुर में पांच बार विधायक और चार बार सांसद रहे। महराज जी जीवन भर हिन्दू समाज को एक जुट करते रहे।पुण्य तिथि कार्यक्रम के बाद कुछ कार्यकर्ताओं को संगठन में प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर जिम्मेदारियां दी गई। जिलाध्यक्ष प्रसन्न मिश्रा समेत पंडित आशीष मिश्रा, स्नेहलता श्रीवास्तव महेश त्रिपाठी , आरती सिंह, रामेश्वर सिंह ,राकेश कैलाशी, अनिल दुबे, अशोक जायसवाल, नवीन गुप्ता, शतेंदर शुक्ला, राजेश विश्वकर्मा , दिनेश शर्मा, डब्बू गुप्ता, रमेश प्रजापति, डाक्टर पुर्मसी विश्वकर्मा, अशोक विश्वकर्मा, राजपति बिंद सुशील शर्मा मोहन यादव,आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।